शादी के दो दिन बाद आया धरती मां का बुलावा नई नवेली दुल्हन को छोड़कर देश सेवा के लिए रवाना हुआ जवान
वाशिमः ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात हैं। इस बीच वाशिम जिले के जऊलका गांव का लाल, कृष्णा राजू अंभोरे ने देशभक्ति और कर्तव्यपरायणता की मिसाल पेश की है।

वाशिमः ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात हैं। इस बीच वाशिम जिले के जऊलका गांव का लाल, कृष्णा राजू अंभोरे ने देशभक्ति और कर्तव्यपरायणता की मिसाल पेश की है। छुट्टी लेकर घर आए कृष्णा राजू अंभोरे की दो दिन पहले शादी हुई है।
विवाह के महज दो दिन बाद ही जब सेना से ड्यूटी का बुलावा आया
तो उन्होंने एक क्षण की भी देरी किए बिना अपनी जिम्मेदारी निभाने का फैसला किया। वह दुल्हन और परिवार को छोड़कर देश सेवा के लिए रवाना हो गए। नवविवाहिता ने पति को दी नम आंखों से विदाई कृष्णा राजू की दुल्हन ने नम आंखों से पति को विदा किया। दुल्हन की आंखों में आंसू थे, लेकिन कृष्णा की आंखों में देश के लिए समर्पण था। अपनी नवविवाहित पत्नी को नम आंखों से विदा कर, वह तुरंत देश की सेवा में रवाना हो गए।
गांव वाले जवान को रेलवे स्टेशन तक छोड़ने आए
आज शुक्रवार को 2.30 जब वह ड्यूटी पर उत्तराखंड लौटने के लिए वाशिम रेलवे स्टेशन पहुंचे, तो गांव के लोग उन्हें विदा करने पहुंचे। वहां का माहौल देशभक्ति से ओतप्रोत था। गांववालों ने जयकारों के साथ उन्हें विदा किया और पाकिस्तान को धूल चटाने की शुभकामनाएं दीं।
गांव के बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक, सभी की आंखों में गर्व साफ झलक रहा था-
कृष्णा का यह कदम न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे गांव और जिले के लिए प्रेरणा बना है। “देश पहले है, बाकी सब बाद में” – यह बात कृष्णा ने अपने साहसिक निर्णय से सिद्ध कर दिया। बता दें कि भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर तनाव की वजह से सेना और अर्धसैनिक बलों के कर्मियों की छुट्टियां कैंसिल की गई हैं। छुट्टी पर गए जवानों को बुलाया गया है। इसी क्रम में कृष्णा राजू को भी ड्यूटी ज्वाइन करने को लेकर कहा गया था।