कर्नल सोफिया के साहस को सलाम, देश की बेटियां दिखा रही अपनी ताकत ससुर ने कहा – बहू ने हमारे परिवार का नाम किया है रोशन
बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने बुधवार सुबह जब मीडिया को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी

By जिला – कार्यालय
बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने बुधवार सुबह जब मीडिया को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी, तो कर्नाटक के बेलगावी जिले के एक छोटे से गांव में रहने वाले एक दंपत्ति के लिए यह बेहद ही खुशी और गर्व की बात थी।
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गोकक तालुक के कोन्नूर गांव में अपने घर से
टीवी पर अपनी बहू कर्नल सोफिया कुरैशी को देखकर गौस बागेवाड़ी और उनकी पत्नी खुशी और गर्व से अभिभूत हो गए। उन्होंने 2015 में मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री के उनके बेटे मेजर ताजुद्दीन कुरैशी से शादी की थी। वह उन दो महिलाओं में से एक थीं जिन्हें सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी देने के लिए चुना था। दूसरी इंडियन एयर फोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह थीं।
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मैं टीवी से चिपका हुआ था – कर्नल सोफिया के ससुर
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बागेवाड़ी ने कहा, ‘मैं टीवी से चिपका हुआ था। यह हमारे परिवार और देश के लिए गर्व का क्षण था। मैं एक इंच भी नहीं हिला।’ उनकी पत्नी भी भावुक थीं, लेकिन उन्होंने यह मान लिया कि उनकी बहू युद्ध के मोर्चे पर है और उन्होंने उसकी सिक्योरिटी को लेकर चिंता जाहिर की। सोफिया और ताजुद्दीन को रमजान के दौरान अपने गांव आने की उम्मीद थी, लेकिन काम की वजह से वह इस बार नहीं जा पाए। बागवेड़ी ने कहा, ‘मैंने और मेरी पत्नी ने प्राइमरी स्कूल के बाद पढ़ाई नहीं की। लेकिन जब आप अपने बेटे और बहू को उस लेवल पर देश की सेवा करते देखते हैं, तो मैं इससे ज्यादा और क्या मांग सकता हूं।
सोफिया व्यस्त थीं – बागवेड़ी
बागवेड़ी ने कहा, ‘मैंने अपने बेटे ताजुद्दीन से बात की और उसने कहा कि सब कुछ ठीक चल रहा है और सोफिया शायद व्यस्त थी। बुधवार की सुबह से टीवी पर आने के बाद से मेरे पास दोस्तों और परिवार के सदस्यों के फोन कॉल का जवाब देने के अलावा कोई और काम नहीं है।’ गौसाब बागवेडी ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘आज हमारी बहू हमारा नाम रोशन कर रही है। लोग हमारी बहुत ज्यादा इज्जत कर रहे हैं।’
गौसाब बागवेड़ी ने कहा, ‘सभी लोग आकर हमें सलाम दुआ कर रहे हैं-
हम को इन सब के बारे में शाम को मालूम हुआ। मैं यहां पर नहीं था। अभी तक हमारी मुलाकात नहीं हो पा रही है। केवल बेटे से ही बात हुई है। वो बोला कि क्या डरने का बाबा। जाति और धर्म का काम सही नहीं है। पाकिस्तान के पास ईमान नहीं है। हम हिंदुस्तानी मुस्लमान आगे से वार करते हैं। अभी हमारी औरत बेटी इतनी पावरफुल हैं तो मर्द बेटे कितने पावरफुल होंगे। हम सब को एकता के साथ में रहना चाहिए। हम सब हिंदुस्तानी है। कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह को मिलती है कितनी सैलरी