क्या भारतीय वायुसेना के प्रहार से पाकिस्तानी सेना हुई अंधा-लंगड़ा?सीमा पर तनाव के बीच पाकिस्तान की सैन्य मूवमेंट ने बढ़ाई चिंता
पाकिस्तानी आर्मी के हमलों का जवाब देते हुए इंडियन एयरफोर्स ने पाकिस्तान के 4 एयरबेस उड़ा दिए हैं. उसके मिलिट्री और लॉजिस्टिक बेस को उड़ा दिया है.

By जिला कार्यालय
पाकिस्तानी आर्मी के हमलों का जवाब देते हुए इंडियन एयरफोर्स ने पाकिस्तान के 4 एयरबेस उड़ा दिए हैं. उसके मिलिट्री और लॉजिस्टिक बेस को उड़ा दिया है. HQ-9 और AWACS जैसे महत्वपूर्ण उपकरण जहां रखे हुए थे, उसे ध्वस्त कर दिया है. इससे पाकिस्तान की आर्मी अंधी और लंगड़ी हो गई है.
क्योंकि HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम उसकी सुरक्षा के लिए था, जबकि AWACS रडार की आंख थी,
जिससे वह इंडियन आर्मी पर नजर रखती थी. लेकिन अब यही उसके पास नहीं होगा. इसलिए पाकिस्तान के पास अपनी आर्मी को मूव करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है. आइए जानते हैं कि अगर पाकिस्तानी आर्मी बॉर्डर की ओर मूव हो रही है तो इसकी वजह क्या है? क्या वह इंडियन आर्मी से सीधी जंग के लिए उतर आया है या फिर सिर्फ ये चाल है. डिफेंस एक्सपर्ट इसके बारे में क्या कहते हैं?
यह भी देखे :- भारत से बार-बार पिटने के बाद पाकिस्तान का नया दांव, लॉन्च किया ऑपरेशन ‘बुनयान उल मरसूस’ क्या है इस ऑपरेशन का असली मतलब?
Operation Sindoor:
पाकिस्तानी आर्मी के हमलों का जवाब देते हुए इंडियन एयरफोर्स ने पाकिस्तान के 4 एयरबेस उड़ा दिए हैं. उसके मिलिट्री और लॉजिस्टिक बेस को उड़ा दिया है. HQ-9 और AWACS जैसे महत्वपूर्ण उपकरण जहां रखे हुए थे, उसे ध्वस्त कर दिया है. इससे पाकिस्तान की आर्मी अंधी और लंगड़ी हो गई है. क्योंकि HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम उसकी सुरक्षा के लिए था, जबकि AWACS रडार की आंख थी, जिससे वह इंडियन आर्मी पर नजर रखती थी. लेकिन अब यही उसके पास नहीं होगा. इसलिए पाकिस्तान के पास अपनी आर्मी को मूव करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है.
1. अब विकल्प नहीं बचा
साउथ एशियाई मामलों के विशेषज्ञ माइकल कुगेलमैन ने कहा, इंडियन एयरफोर्स ने जिन जगहों पर अटैक किया, उससे पाकिस्तान की पूरी स्ट्रेटजी बिगड़ गई है. अब उसके पास बहुत कम विकल्प बचा है. पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम नष्ट होने और AWACS जैसे उपकरण तबाह होने के बाद वह हवाई युद्ध में भारत से मुकाबला नहीं कर सकता, इसलिए, वह जमीनी युद्ध और गोलीबारी पर ध्यान दे रहा है, जिसके लिए सीमा पर सैन्य तैनाती बढ़ाई जा रही है.
2. पूरी स्ट्रेटजी फेल
रावलपिंडी में चकलाला एयरबेस महत्वपूर्ण सैन्य और लॉजिस्टिक बेस है. यहां पाकिस्तानी एयरफोर्स की एयरक्राफ्ट यूनिट्स और एक अंडरग्राउंड कम्युनिकेशन सेंटर को इंडियन एयरफोर्स ने ध्वस्त कर दिया है. मुरीड एयरबेस पर UAV ऑपरेटिंग स्टेशन को उड़ा दिया गया है. यहीं से ड्रोन दागे जा रहे थे. दो हैंगर और एक फ्यूल डिपो भी नष्ट कर दिया गया है. पंजाब के शेरकोट में इंडियन एयरफोर्स ने तबाही मचाई है. तीन हैंगर, एक कंट्रोल टावर और दो फ्यूल स्टोरेज यूनिट्स को भारी नुकसान पहुंचाया. इससे उसकी पूरी स्ट्रेटजी फेल हो गई है. अमेरिकी पत्रकार सदानंद धूमे ने लिखा, पाकिस्तानी सेना की पूरी स्ट्रेटजी फेल हो गई है
3. साख बचाने की कोशिश
इंडियन एयरफोर्स के हमले ने पाकिस्तान को स्ट्रेटजिक और मनोवैज्ञानिक दोनों लेवल पर झटका दिया है. अपनी सेना को बॉर्डर की ओर भेजकर पाकिस्तान दिखाना चाहता है कि वह अभी भी ‘तैयार’ और ‘सक्रिय’ है, भले ही उसे बड़ा नुकसान झेलना पड़ा हो. पाकिस्तान की सरकार और सेना अपने देशवासियों को यह दिखाना चाहती है कि वे जवाब देने में सक्षम हैं. आर्मी मूवमेंट एक तरह से घरेलू राजनीतिक दबाव को संतुलित करने की कोशिश हो सकती है. वह अपनी साख बचाने की कोशिश कर रही है.
4. भारत को उकसाने का प्रयास
कुछ रक्षा विश्लेषकों का मानना है कि यह मूवमेंट एक ‘प्रॉवोकेटिव एक्ट’ हो सकता है. यानी भारत को जवाबी कार्रवाई के लिए उकसाना ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को आक्रामक दिखाया जा सके. कई डिफेंस एनालिस्ट मानते हैं कि पाकिस्तान इस मूव से LoC पर तनाव बढ़ाना चाहता है ताकि भारत की रणनीतिक फोकस बंट जाए और आंतरिक सुरक्षा पर दबाव बढ़े।
5. आतंकी नेटवर्क को सुरक्षा देना
एक्सपर्ट के मुताबिक, भारतीय हमलों में जिन आतंकी अड्डों को निशाना बनाया गया, उनके बचे-खुचे हिस्सों को सुरक्षित निकालने या नए सिरे से संगठित करने के लिए पाकिस्तान की सेना बॉर्डर के करीब तैनात हो सकती है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह मूवमेंट महज ‘डिफेंसिव’ नहीं बल्कि ‘कवर ऑपरेशन’ भी हो सकता है.