मध्य प्रदेशसिंगरौली

Singrauli News – सिंगरौली में चोरी व अवैध कारोबार पर मौन, बरगवां थाना प्रभारी और प्रधान आरक्षक सिंह की भूमिका पर उठे गंभीर सवाल

आए दिन हो रही वारदातों और जगह-जगह खुले कबाड़ की दुकानों ने क्षेत्र की कानून-व्यवस्था पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थिति यह है

By लाले विश्वकर्मा

सिंगरौली। जिले का बरगवां थाना क्षेत्र इन दिनों चोरी और अवैध कारोबार का गढ़ बनता जा रहा है। आए दिन हो रही वारदातों और जगह-जगह खुले कबाड़ की दुकानों ने क्षेत्र की कानून-व्यवस्था पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थिति यह है कि चोरी की घटनाओं में नाबालिग बच्चों तक को शामिल किया जा रहा है।

वारदात के बाद चोरी का सामान कबाड़ियों तक आसानी से पहुंचा दिया जाता है, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं-

पुलिस ने पूर्व में कुछ कबाड़ियों पर कार्रवाई की थी और कई मामलों का खुलासा भी किया था, लेकिन उसके बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। यही वजह है कि अवैध कारोबारियों और चोरी की वारदात करने वालों के हौसले लगातार बढ़ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की ढीली कार्यवाही ने अपराधियों को खुली छूट दे दी है।

प्रधान आरक्षक का नाम सुर्खियों में

इन घटनाओं के बीच बरगवां थाने में पदस्थ गृह जिला निवासी प्रधान आरक्षक सिंह का नाम सुर्खियों में बना हुआ है। क्षेत्रीय चर्चाओं के अनुसार, उनके संरक्षण में ही चोरी और अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। लोगों का आरोप है कि सिंह वर्षों से बरगवां थाने में पदस्थ हैं और अपनी स्थानीय पकड़ का फायदा उठाते हुए उन्होंने मजबूत नेटवर्क खड़ा कर लिया है। वे खुलेआम अपनी पहुंच और संरक्षण की बात कहते हैं, जिससे आम लोग उनके खिलाफ खुलकर सामने आने से कतराते हैं। ग्रामीणों का मानना है कि यदि कोई आवाज उठाता है, तो उसके खिलाफ झूठी कार्रवाई कर दी जाती है। यही कारण है कि लोग दबाव में रहते हैं।

थाना प्रभारी की चुप्पी पर सवाल

बरगवां थाना प्रभारी पर भी सवाल उठ रहे हैं। चोरी और अवैध कारोबार लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की चुप्पी इस पूरे मामले पर मौन स्वीकृति जैसी प्रतीत होती है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर क्यों चोरी और अवैध कारोबार के खिलाफ कठोर कदम नहीं उठाए जा रहे। क्या यह मिलीभगत का परिणाम है या फिर लापरवाही का?

बढ़ते अपराध बने चुनौती

क्षेत्र में बढ़ते अपराध और अवैध कारोबार पुलिस प्रशासन के लिए अब बड़ी चुनौती बन गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि जिम्मेदार अधिकारी समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं करते, तो चोरी और अवैध कारोबार की घटनाएं और अधिक बढ़ेंगी। यह स्थिति किसी बड़े हादसे को जन्म दे सकती है।

जनता में आक्रोश

लोगों का कहना है कि थाना प्रभारी और प्रधान आरक्षक सिंह की भूमिका की गहन जांच की जानी चाहिए। यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही बरगवां क्षेत्र में कबाड़ की दुकानों पर नियंत्रण और सख्त निगरानी जरूरी है, वरना अपराधियों के हौसले और बुलंद हो जाएंगे।

स्थानीय नागरिकों का यह भी कहना है कि

बरगवां थाना क्षेत्र में लंबे समय से अपराध और अवैध कारोबार फल-फूल रहा है, लेकिन पुलिस प्रशासन केवल कागजी कार्रवाई कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देता है। यदि इसी तरह ढिलाई बरती गई, तो हालात और बिगड़ेंगे और अपराधियों के हौसले कानून-व्यवस्था के लिए सीधे चुनौती बन जाएंगे।

सोनू विश्वकर्मा

लाले विश्वकर्मा, "गूँज सिंगरौली की" डिजिटल न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक और संस्थापक सदस्य हैं। उन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में कई वर्षों का अनुभव है और वे निष्पक्ष एवं जनसेवा भाव से समाचार प्रस्तुत करने के लिए जाने जाते हैं।

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