कटनी की अर्चना तिवारी 11 दिन से लापता: इंदौर-बिलासपुर एक्सप्रेस से गायब, पुलिस अब तक खाली हाथ
कटनी। इंदौर-बिलासपुर एक्सप्रेस से रहस्यमयी तरीके से लापता

कटनी। इंदौर-बिलासपुर एक्सप्रेस से रहस्यमयी तरीके से लापता हुई कटनी निवासी एडवोकेट अर्चना तिवारी का 11 दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लग सका है। परिवार की बेचैनी लगातार बढ़ रही है, जबकि पुलिस दावा कर रही है कि जल्द ही केस को सुलझा लिया जाएगा। भोपाल रेल पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाते हुए साइबर टीम, जबलपुर और कटनी पुलिस को भी सक्रिय किया है।
कैसे हुई गुमशुदगी
7 अगस्त को अर्चना तिवारी ट्रेन के B3 कोच की 3 नंबर बर्थ से गायब हुईं। वह ऑरेंज ड्रेस में थीं और आखिरी बार फोन पर बात करते हुए देखी गईं। परिजनों को उन्होंने भोपाल पहुंचने पर बताया था कि सुबह तक कटनी पहुंच जाएंगी, लेकिन उसके बाद से उनका कोई अता-पता नहीं है।
जांच में क्या मिला
अर्चना के हॉस्टल से निकलते समय वह एक कार से आते-जाते दिखीं। जांच में सामने आया कि वह कार चोरी की थी और उसे इंदौर में टैक्सी के रूप में चलाया जा रहा था। कार मालिक को दिल्ली पुलिस ने पहले ही कस्टडी में ले लिया है।
पुलिस को अर्चना की आखिरी लोकेशन रानी कमलापति स्टेशन के बाद नर्मदा ब्रिज के पास मिली है। इस आधार पर नदी और जंगलों में सर्च अभियान चलाया गया।
ट्रेन में उनका बर्थ गेट के पास था, जिससे आशंका जताई जा रही है कि कहीं वह रास्ते में गिर तो नहीं गईं। हालांकि अब तक इसका कोई सबूत हाथ नहीं लगा है।
परिवार की हालत
बीते 11 दिनों से परिजन इंदौर से कटनी तक हर जगह तलाश में भटक रहे हैं। थक-हारकर अब वे घर लौट आए हैं। तीनों भाई और बड़े पिता बाबू प्रकाश तिवारी बेटी को ढूंढते-ढूंढते बीमार पड़ गए हैं। परिवार ने प्रशासन से जल्द सुराग निकालने और अर्चना को सुरक्षित घर लाने की गुहार लगाई है।
पुलिस की कार्रवाई
भोपाल GRP ने पूरे प्रदेश में रेडियो मैसेज जारी कर अर्चना की जानकारी साझा की है। इटारसी, नरसिंहपुर, जबलपुर और कटनी पुलिस भी इस केस में लगाई गई है। साइबर टीम भी एक्टिव मोड पर है। पुलिस का कहना है कि सभी संभावनाओं पर जांच चल रही है और जल्द ही बड़ी सफलता मिलेगी।