जिला एवं विकास खण्ड में भी ई आफीस के माध्यम से नस्तियो को किया जाये संधारण-:श्री शुक्ला
लंबित प्रकरणो का समय सीमा के अंदर निराकरण करे :-कलेक्टर

लंबित प्रकरणो का समय सीमा के अंदर निराकरण करे :-कलेक्टर
जिला एवं विकास खण्ड में भी ई आफीस के माध्यम से नस्तियो को किया जाये संधारण-:श्री शुक्ला
सिंगरौली 14 जुलाई 2025/सीएम हेल्प लाईन समाधान विदु, सीएम आवास,सीएम कार्यालय सहित आयोगो से प्राप्त पत्रो का समय सीमा के अंदर निराकरण किया जाना सुनिश्चित किया जायें। साथ ही जिला स्तर के साथ साथ विकास खण्ड स्तर के कार्यालयो में भी ई आफीस के माध्यम से नस्तियो का संधारण किया जाना सुनिश्चित करे। उक्त आशय का निर्देश समय सीमा के बैठक के दौरान कलेक्टर श्री चन्द्र शेखर शुक्ला के द्वारा विभागीय अधिकारियो को दिया गया।
बैठक में कलेक्टर ने सीएम हेल्प लाईन में लंबित शिकायतो के साथ साथ समाधान विंदु तथा सीएम आवास, सीएम कार्यालय सहित विभिन्न आयोगो के प्राप्त होने वाले पत्रो के निराकरण के प्रगति की जानकारी लेने के पश्चात निर्देश दिए कि अभी भी शिकायतो का निराकरण शत प्रतिशत नही किया गया है। इसे गंभीरता से लिया जायें तथा आगामी बैठक में निराकरण की प्रगति की जानकारी भी दिया जाना सुनिश्चित करे। उन्होने छात्रावासो के साथ साथ विद्यालय भवनो आगनवाड़ी केन्द्रो की जानकारी लेने के पश्चात निर्देश दिए कि जर्जर भवनो में छात्रो को नही बैठाये इसके लिए उचित प्रबंध करे। साथ ही छात्रावासो में रहने वाले छात्राओ की नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराये। साथ ही छात्रावासो में साफ सफाई के साथ भोजन की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करे। बैठक में ही कलेक्टर द्वारा पूर्व में जर्जर भवनो के जॉच हेतु गठित दल को निर्देश दिए कि उपरोक्त भवनो का निरीक्षण कर वास्तु स्थिति से अवगत कराये।
कलेक्टर ने कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि आईटीआई छात्रावास भवन का निरीक्षण कर भवन के स्थिति से अवगत कराये। वही संबंधित विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि अगर भवन की स्थिति बेहतर नही है तो तत्काल छात्रो के लिए दूसरे जगह पर उचित प्रबंध करे। वही जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि नियमित रूप से विद्यालयो का संचालन हो इसकी मानीटरिंग कराये। तथा पुस्तको एवं सायकलो का वितरण भी कराया जाना सुनिश्चित करे। कलेक्टर ने महिला बाल विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि धात्री एवं गर्भवती महिलाओं का समय पर स्वास्थ्य परीक्षण कराये तथा समय समय पर पोषण आहार भी उपलंब्ध कराये। उन्होने निर्देश दिए कि कुपोषित बच्चे को चिन्हित का उन्हे एनआरसी में भर्ती कराये।
कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि बार्षात के सीजन में डायरिया सहित अन्य बिमारियो को रोकने के लिए अभियान चलाकर जल स्त्रोतो में क्लोरिकीन दवाओ का छिड़काव कराये तथा उप स्वास्थ्य केन्द्र में समुचित दवाओ का स्टाक उपलंब्ध रहे यह सुनिश्ति करे साथ ही उपायुक्त सहकारिता एवं कृषि अधिकारी को निर्देश दिए कि खाद वितरण केन्द्रो का निरीक्षण करे निर्धारत दर पर ही किसानो को यूरिया एवं डीएपी खाद उपलंब्ध कराये। यदि निर्धारित दर से अधिक राशि किसी के द्वारा किसानो से ली गई तो उसके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करे। उन्होने निर्देश दिए कि खाद वितरण केन्द्र में यूरिया डीएपी की दर तथा खाद की उपलंब्ध की जानकारी चार्ट के माध्यम से अंकित कराये।
कलेक्टर ने जिलाधिकारियो को निर्देश दिए कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लक्ष्य के अनुसार दिलाया जाना सुनिश्चित करे। उन्होने जिलाधिकारियो को इस आशय के भी निर्देश दिए कि अपने अधिनस्थ कार्यरत अधिकारी कर्मचारियो को अपने समग्र को आईएफ एम आईएस पोर्टल पर लिंक कराये। ताकि उनका वेतन आहरण हो सके। साथ ही उपखण्ड अधिकारी चितरंगी को निर्देश दिए कि बाणसागर बाध का गेट खुलने के कारण सोन नदी के जल स्तर बड़ सकता है। डूब प्रभावित गावो की लगतार निगरानी करते रहे ताकि समय पर राहत एवं बचाव के कार्य किया जा सके किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को घटित होने से रोका जा सके।बैठक के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह, नागेश, अपर कलेक्टर पी.के सेन गुप्ता, संयुक्त कलेक्टर संजीव पाण्डेय, एसडीएम सृजन बर्मा, नगर निगम आयुक्त डी.के शर्मा, डिप्टी कलेक्टर माइकेल तिर्की, देवेन्द द्विवेदी, नंदन तिवारी सहित जिलाधिकारी उपस्थित रहे।