जम्मू कश्मीरदेश-विदेशपहलगाम में हुए आतंकी हमले

पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ीं बाढ़ और दवा-पानी की कमी से जूझ रहा देश आर्थिक संकट के साथ बढ़ रही परेशानी

भारत ने शनिवार को पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद के हट्टिन बाला इलाके में झेलम नदी में पानी छोड़ दिया.

By लाले विश्वर्मा 

भारत ने शनिवार को पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद के हट्टिन बाला इलाके में झेलम नदी में पानी छोड़ दिया. इसकी वजह से मुजफ्फराबाद प्रशासन ने वॉटर इमरजेंसी का ऐलान किया है. दरअसल, झेलम नदी में अचानक पानी छोड़ने की वजह से मुजफ्फराबाद में भयंकर बाढ़ आ गई है.

पहलगाम हमले के बाद

भारत की तरफ से व्यापार निलंबित करते ही पाकिस्तान को अपने यहां दवाओं की किल्लत का डर सताने लगा है. वहीं सिंधु जल संधि पर रोक लगाकर भारत पाकिस्तान को पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसाने की पहल कर चुका है. सिंधु जल संधि सस्पेंड होने के बाद अब पाकिस्तान को बाढ़ या सूखे की चेतावनी भी नहीं मिल सकेगी.

इसका मतलब अब सूखा या बाढ़, दोनों से पाकिस्तान में तबाही मचना तय है.

ऐसे में पाकिस्तान भी अब समझ नहीं पा रहा है कि वो क्या करे. जिसकी वजह से उसके नेता भारत को गीदड़भभकी देने में जुट गए हैं.फार्मा सेक्टर बुरी तरह प्रभावितपाकिस्तानी स्वास्थ्य अधिकारियों का मानना है कि भारत से व्यापार बंद होने से फार्मा सेक्टर बुरी तरह प्रभावित होगा. क्योंकि पाकिस्तान में दवाओं के लिए 30 से 40 फीसदी कच्चा माल भारत से ही आता है. हालांकि इस समस्या को देखते हुए पाकिस्तान दवा आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए इमरजेंसी तैयारी के उपाय शुरू कर दिए हैं.

मीडिया रिपोर्ट में डीआरएपी के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया गया है

कि हम अपनी दवा की जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरों तरीकों पर विचार कर रहे हैं. पाकिस्तान डीआरएपी चीन, रूस और कई यूरोपीय देशों से वैकल्पिक रास्तों की तलाश कर रहा है. वह एंटी-रेबीज वैक्सीन, एंटी-स्नेक वेनम, कैंसर की दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करना है.

पाकिस्तान में बाढ़ या सूखे की संभावना बढ़ी

बता दें कि भारत ने पाकिस्तान को एक आधिकारिक पत्र के जरिए सूचित किया है कि सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जा रहा है. इसमें भारत ने साफ किया है कि पाकिस्तान की तरफ से आतंकवाद के चलते यह फैसला लिया गया है. इस फैसले के बाद भारत अब पाकिस्तान को नदियों का प्रवाह, बाढ़ और ग्लेशियर पिघलने की चेतावनी नहीं देगा. जिसकी वजह से माना जा रहा है कि पाकिस्तान में बाढ़ या सूखे की संभावना बढ़ सकती है.

हाइड्रोलॉजिकल डेटा सर्कुलेट नहीं करेगा भारत

इस संधि के तहत भारत, पाकिस्तान को हाइड्रोलॉजिकल डेटा सर्कुलेट करता था. इसमें बाढ़ का अलर्ट जारी किया जाता था. साथ ही नदी के प्रवाह को शेयर करना और ग्लेशियर पिघलने के पैटर्न पर अलर्ट दिया जाता था. अब पाकिस्तान को सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के जल स्तर की जानकारी की कमी की वजह सूखे या बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.

झेलम नदी में पानी छोड़ने से आई बाढ़

बता दें कि भारत ने शनिवार को पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद के हट्टिन बाला इलाके में झेलम नदी में पानी छोड़ दिया. इसकी वजह से मुजफ्फराबाद प्रशासन ने वॉटर इमरजेंसी का ऐलान किया है. दरअसल, झेलम नदी में अचानक पानी छोड़ने की वजह से मुजफ्फराबाद में भयंकर बाढ़ आ गई है. सूचना के मुताबिक उरी में अनंतनाग जिले से चकोठी में पानी घुसने से झेलम नदी में अचानक भयंकर बाढ़ आ गई, जिससे स्थानीय लोगों में डर और दहशत फैल गई.

सोनू विश्वकर्मा

लाले विश्वकर्मा, "गूँज सिंगरौली की" डिजिटल न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक और संस्थापक सदस्य हैं। उन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में कई वर्षों का अनुभव है और वे निष्पक्ष एवं जनसेवा भाव से समाचार प्रस्तुत करने के लिए जाने जाते हैं।

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