निजी कार्यों की भेंट चढ़ी पीसीसी सड़क जिम्मेदार बने अनजान…
नाम लेने में भी लोगों के मन में डर का माहौल आखिर कौन है इन सब के पीछे बना बड़ा सवाल...

निजी कार्यों की भेंट चढ़ी पीसीसी सड़क जिम्मेदार बने अनजान…
नाम लेने में भी लोगों के मन में डर का माहौल आखिर कौन है इन सब के पीछे बना बड़ा सवाल…

मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के नगर परिषद बरगवां (बरहवा टोला ) के वार्ड क्रमांक 14 –15 की है, जहां प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी सड़क की हालत बहुत ही खस्ताहाल हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, यह सड़क आम नागरिकों की आवाजाही के लिए बनाई गई थी ताकि उन्हें आवागमन में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। लेकिन स्थानीय वार्ड पार्षद या कुछ प्रभावशाली लोगों ने अपने निजी कार्यों के लिए इस सड़क पर बार-बार भारी वाहन (बड़े ट्रक या मशीनरी वाहन) चलवाए, जिससे सड़क की हालत और भी खराब हो गई।
यह सड़क प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बनाई गई थी, जो कि ग्रामीण या कस्बाई इलाकों को बेहतर सड़क सुविधा देने की एक सरकारी योजना है।
शुरुआत में भी यह सड़क भारी वाहनों के कारण टूट-फूट का शिकार हो चुकी थी। बाद में इसे पीसीसी से दोबारा बनाया गया, ताकि मजबूत और टिकाऊ बन सके लेकिन दोबारा निर्माण के बावजूद, फिर से बड़ी मशीनें और भारी वाहन उसी सड़क पर चलाए गए, जिसके कारण अब यह सड़क बीच से फट गई है और दो हिस्सों में लगभग बंट सी गई है। आम लोग इस मुद्दे पर खुलकर कुछ कहने से डर रहे हैं, जिससे यह साफ झलकता है कि वार्ड पार्षद या स्थानीय नेता का डर लोगों में बैठा हुआ है।
अब यह प्रशासन के लिए भी एक गंभीर सवाल बन गया है कि जब सड़क के पहले भी क्षतिग्रस्त होने की जानकारी थी, तब भी क्यों वहां भारी वाहन चलने दिए गए? इससे न केवल सरकारी पैसे की बर्बादी हो रही है, बल्कि आम जनता की सुविधा और सुरक्षा भी खतरे में है।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करता है?
क्या जिम्मेदार व्यक्तियों पर कोई कार्यवाही होगी?
और क्या सड़क की मरम्मत या फिर से निर्माण होगा?