Singrauli News – बरगवां थाना क्षेत्र के गोदवाली कसर हाईवे बना डीजल तस्करी का गढ़, पुलिस संरक्षण में फल-फूल रहा काला कारोबार
बरगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत कसर-गोदवाली मार्ग पर इन दिनों अवैध डीजल का कारोबार खुलेआम और बेखौफ तरीके से फल-फूल रहा है

गूँज सिंगरौली की राष्ट्रीय हिंदी पत्रिका
बरगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत कसर-गोदवाली मार्ग पर इन दिनों अवैध डीजल का कारोबार खुलेआम और बेखौफ तरीके से फल-फूल रहा है। हाईवे पर दौड़ते भारी वाहनों की जरकिनें जैसे ही ढाबों और गोमतियों के पास रुकती हैं, वहीं से डीजल की अवैध सप्लाई शुरू हो जाती है। ये ढाबे अब पेट भरने की नहीं, टैंक भरने की जगह बन चुके हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि यह सारा धंधा पुलिस की नाक के नीचे हो रहा है, और सूत्रों की मानें तो कुछ तथाकथित आरक्षक खुद ही इस काले कारोबार से वसूली कर मोटी कमाई कर रहे हैं। इससे यह साफ जाहिर होता है कि अवैध डीजल तस्करी का यह धंधा पुलिस संरक्षण में ही फल-फूल रहा है।
पुलिस की चुप्पी और संरक्षण पर सवाल
स्थानीय नागरिकों और सूत्रों का दावा है कि बरगवां थाना इस पूरे गोरखधंधे को जानता है, लेकिन फिर भी कार्रवाई न करना कई सवाल खड़े करता है। अवैध डीजल कारोबार में संलिप्त लोग खुलेआम फोटो खींचने पर धमकी तक देते हैं और कहते हैं कि “जहां छापना है छाप दो, यह धंधा हम नहीं चलाते, चलवाया जाता है।” यह बयान अपने आप में इस अवैध गतिविधि में पुलिस की मिलीभगत को उजागर करता है। ढाबों और गोमतियों पर रुकने वाले बड़े वाहन चालकों को जरकिन में डीजल सप्लाई करना एक आम नजारा बन चुका है।
डीलरों और पुलिस कारखासों का गठजोड़
सूत्रों के अनुसार, इस धंधे को एक तिवारी और गोस्वामी नामक व्यक्ति चला रहे हैं, और प्रतिदिन हजारों लीटर डीजल इस मार्ग पर अवैध रूप से पहुंचाया जा रहा है। इतना ही नहीं, संरक्षण के एवज में प्रतिमाह 40 हजार रुपये तक की उगाही की जाती है। यह रकम कथित तौर पर थाना के कारखास और कुछ आरक्षकों को दी जाती है।
लाखों की आमदनी, कार्रवाई शून्य
बरगवां से गोदवाली तक यह अवैध धंधा इतने बड़े पैमाने पर चल रहा है कि इसमें लाखों रुपये की मासिक आमदनी बताई जाती है। लेकिन स्थानीय पुलिस की नींद अभी तक नहीं टूटी है। थाना प्रभारी की निष्क्रियता और अधीनस्थों की मिलीभगत ने इस धंधे को एक “सुरक्षित व्यापार” बना दिया है।
कप्तान साहब, कब जागेगी व्यवस्था?
जहां एक ओर जिले के कप्तान अपने अधीनस्थ अधिकारियों को कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बरगवां थाना क्षेत्र में पुलिस ही कानून तोड़ने वालों को संरक्षण दे रही है। यह स्थिति न केवल जिले की कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाती है, बल्कि आम जनता में पुलिस की साख को भी बुरी तरह प्रभावित करती है।