सिंगरौली में ज़मीनी विवाद ने लिया हिंसक रूप..

सिंगरौली में ज़मीनी विवाद ने लिया हिंसक रूप..
सिंगरौली जिले में ज़मीन से जुड़े विवाद अब बेकाबू होते जा रहे हैं। ताज़ा मामला जिले के एक गांव से सामने आया है, जहाँ ज़मीन पर स्वामित्व को लेकर दो पक्षों के बीच जबरदस्त मारपीट और तोड़फोड़ की घटना हुई है। पीड़ित पक्ष लालजी शाहू पिता तिलकधारी शाहू ने आरोप लगाया है कि प्रशासन और पुलिस की निष्क्रियता के कारण आरोपियों के हौसले बुलंद हैं और उसे जान से मारने की धमकी तक दी जा चुकी है। पीड़ित ने बताया कि वह अपने स्वामित्व एवं आधिपत्य की भूमि आराजी नम्बर 512 रकवा 0.024 हे. और 510 रकवा 0.08 हे. पर पूर्व में 7 फीट ऊँची बाउंड्रीवॉल का निर्माण करा चुका था, जिसे आरोपी कमलेश साहू ने अपने साथियों गोपाल बसोर, लालजी बसोर एवं अन्य के सहयोग से पहले ही ध्वस्त कर दिया था। इस मामले में पुलिस द्वारा पहले भी शिकायत दर्ज की गई थी। जहा पर पुनः जब पीड़ित ने अपनी भूमि पर फिर से 7 फीट ऊँची बाउंड्री और लोहे का गेट लगवाया, तो आरोपियों ने एक बार फिर आज सुबह करीब 10 बजे मौके पर पहुँचकर पूरी बाउंड्री को तोड़ डाला। जब पीड़ित ने विरोध किया तो आरोपियों ने उसे माँ-बहन की भद्दी-भद्दी गालियाँ दीं, जान से मारने की धमकी दी और दौड़ाकर उसे डराया धमकाया।
डर के मारे पीड़ित थाने भागा, लेकिन वहाँ पुलिस ने सिर्फ दोनों पक्षों को बुलाकर मामला शांत कराने की कोशिश की और किसी के विरुद्ध कोई ठोस कार्यवाही नहीं की। इससे पीड़ित पक्ष में भारी रोष है और उसने मांग की है कि आरोपीगण कमलेश साहू, गोपाल बसोर, लालजी बसोर सहित अन्य के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। पीड़ित का कहना है कि वह बार-बार अपनी जमीन पर अवैध कब्जा, तोड़फोड़ और जान से मारने की धमकी के बावजूद सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। लगातार हो रही ऐसी घटनाओं से ग्रामीणों में भी भय का माहौल है। लोग खुलकर कह रहे हैं कि अगर समय रहते सख्त कदम नहीं उठाए गए तो जिले में ज़मीनी विवादों की वजह से और भी बड़ी घटनाएं हो सकती हैं।
पीड़ित ने जिले के कलेक्टर, एसपी सहित मुख्यमंत्री तक से मांग की है कि आरोपीगणों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और उसे व उसके परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए।