Singrauli News – ग्राम गोरा अंधीहत्या का पुलिस ने किया पर्दाफाश
प्रेम प्रसंग और पुरानी रंजिश में की गई थी हत्या

By सोनू विश्वकर्मा
सिंगरौली। सरई थाना क्षेत्र के ग्राम गोरा निवासी पुष्पेंद्र साहू की अंधीहत्या का गुरूवार शाम पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी मनीष खत्री ने मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि चार आरोपियों द्वारा मिलकर इस घटना को अंजाम दिया गया था। एसआईटी ने तकनीकी और परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों को बेनकाब करते हुए दो को गिरफ्तार किया है,
जबकि दो पहले से जेल में निरुद्ध हैं। 6 जुलाई की रात पुष्पेंद्र साहू खाना खाकर रोज की तरह अपने पाही (झोपड़ीनुमा घर) में सोने गया। अगले दिन सुबह वह गायब मिला और फोन भी बंद था। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर जांच शुरू की। 19 जुलाई को गोरा जंगल के खरहरी नाला में एक नरकंकाल बरामद हुआ। डीएनए परीक्षण में पुष्टि हुई कि वह शव गुमशुदा पुष्पेंद्र साहू का ही है। इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया।
प्रेम प्रसंग और रंजिश बनी वजह
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी रावेंद्र साहू का मृतक के घर की एक महिला से प्रेम प्रसंग था। इस वजह से दोनों के बीच पहले भी विवाद हो चुका था। मृतक पुष्पेंद्र अपने मामा की बेटी की आत्महत्या मामले में मदद कर रहा था। इसमें आरोपी रामकुमार और विजय साहू पर दुष्प्रेरण का आरोप था। इस कारण वे भी मृतक से खुन्नस रखते थे। आरोपी धीरज साहू भी रंजिश में था क्योंकि मृतक उसके घर की महिला से बातचीत करता था और समझाने पर भी नहीं मानता था। इन कारणों से चारों आरोपियों ने मिलकर पुष्पेंद्र की हत्या की योजना एक माह पहले ही बना ली थी।इस तरह रची गई हत्या की साजिश 6 जुलाई की रात जैसे ही पुष्पेंद्र अपनी मोटरसाइकिल से पाही पहुंचा, पहले से छिपे चारों आरोपियों ने उस पर हमला कर दिया। गमछा लपेटकर गला दबाया और उसकी मौत हो गई। शव को गोरा जंगल के खरहरी नाला ले जाकर गड्डा खोदकर दफन कर दिया गया। मोबाइल फोन और चप्पल अलग-अलग स्थानों पर छुपा दिए गए ताकि हत्या का सुराग न मिले।गिरफ्तार आरोपी
1. रावेंद्र साहू पिता स्व. सुमारू साहू, ग्राम गोरा
2. धीरज साहू पिता धनेश साहू, ग्राम गोरा
(पहले से जेल में निरुद्ध)
3. रामकुमार साहू पिता रामकरण साहू, ग्राम गोरा 4. विजय साह पिता दीनानाथ साहू, ग्राम गोरा
4. जब्त सामग्री
गमछा, मोटरसाइकिल, फावड़ा, तीन मोबाइल फोन
सराहनीय भूमिका
इस मामले का खुलासा पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री द्वारा गठित एसआईटी ने किया। टीम में नगर पुलिस अधीक्षक विंध्यनगर पी.एस. परस्ते, एसडीओपी देवसर गायत्री तिवारी, एसडीओपी चितरंगी राहुल सैयाम, थाना प्रभारी सरई जितेंद्र सिंह भदौरिया सहित कई अधिकारी और जवान शामिल रहे।