Singrauli News एनटीपीसी फ्लाई ऐश ढोते ट्रकों से जूझ रहे लोग, बलियरी निवासी बोले– वैकल्पिक मार्ग बने
(NTPC) विंध्याचल परियोजना से निकल रही राख (फ्लाई ऐश) ने स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ा दी है

सिंगरौली। एनटीपीसी (NTPC) विंध्याचल परियोजना से निकल रही राख (फ्लाई ऐश) ने स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। राख ले जाने वाले बड़े-बड़े ट्रक और डंपर रोजाना संकरी गलियों से गुजरते हैं, जिससे घंटों लंबा जाम लगता है और हादसों का खतरा बढ़ जाता है। समस्या को लेकर क्षेत्रवासियों ने कलेक्टर और एनटीपीसी प्रबंधन से वैकल्पिक मार्ग बनाने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार, एनटीपीसी ने वार्ड नंबर 38 तुलसी वार्ड बलियरी में लगभग 500 एकड़ में राख बांध (फ्लाई ऐश डैम) बनाया है। यहां से राख निकालने का ठेका कई कंपनियों को दिया गया है। कंपनियां मशीनों से राख निकालकर बड़े ट्रकों में भरकर रीवा, सतना, बरगवां और अन्य जगहों पर भेज रही हैं।
तंग सड़क से गुजर रहे ट्रक
स्थानीय निवासी मनु कुमार ने बताया कि राख परिवहन के लिए एनटीपीसी ने अलग से कोई सड़क नहीं बनाई है। मजबूरन तीन मीटर चौड़ी पीसीसी सड़क से भारी वाहन निकलते हैं। यही वजह है कि हर दिन जाम की समस्या होती है और लोगों का निकलना दूभर हो गया है।निवासी बृजेश कुमार ने कहा कि भारी वाहनों की चपेट में आने से अब तक कई मवेशी भी हादसे का शिकार हो चुके हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही समाधान नहीं हुआ तो लोग आंदोलन को मजबूर होंगे।
प्रशासन बोला- जांच करेंगे
बलियरी के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि या तो राख ढोने के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाया जाए या फिर मौजूदा सड़क को चौड़ा किया जाए। इस मामले में एसडीएम सृजन वर्मा ने कहा कि फ्लाई ऐश परिवहन का रूट पहले से तय है और जाम लगने के कारणों की जांच की जाएगी। वहीं, एनटीपीसी विंध्यनगर के जनसंपर्क अधिकारी सुब्रमण्यम से संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।