Singrauli News – मासूमों की ज़िंदगी से खिलवाड़! कुंभकरण की नींद में सोए जिम्मेदार
बरगवां के आइडियल पब्लिक स्कूल में बच्चों की सुरक्षा भगवान भरोसे, प्रशासन मूकदर्शक

By सोनू विश्वकर्मा
बरगवां जिला मुख्यालय से महज 22 किलोमीटर दूर स्थित आइडियल पब्लिक स्कूल में रोज़ाना दर्जनों मासूम बच्चे मौत के साए में सफर कर रहे हैं। स्कूल प्रबंधन की लापरवाही और जिम्मेदार अधिकारियों की चुप्पी अब किसी बड़ी त्रासदी को न्योता दे रही है।स्थानीय लोगों और अभिभावकों भय का माहौल बना हुआ है कि कभी भी कोई हादसा न हो जाए बावजूद प्रशासनिक मशीनरी गहरी नींद में सोई हुई है। न जांच, न कार्रवाई — जैसे किसी हादसे का इंतज़ार किया जा रहा हो।
बसों में ठूंस-ठूंसकर ले जाए जा रहे मासूम
स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों को ओवरलोडेड, प वाहनों में ढोया जा रहा है। सुरक्षा मानकों की धज्जियां उड़ाते दौड़ रही सड़कों पर बसे चश्मदीदों का कहना है कि स्कूल बसों में क्षमता से दोगुने बच्चे ठूंसे जाते हैं। यह हालात किसी भी वक्त बड़े हादसे की तस्वीर बन सकते हैं।
फीस वसूलने में फुर्ती, सुरक्षा पर सुस्ती
इन प्राइवेट स्कूलों को बच्चों की सुरक्षा से कोई लेना-देना नहीं। उन्हें तो बस अभिभावकों से “सुविधा शुल्क” और मोटी फीस वसूलने की पड़ी है। मुनाफे की अंधी दौड़ में, ये संचालक मासूम ज़िंदगियों को दांव पर लगा रहे हैं।
जिम्मेदारों की चुप्पी बन रही है खतरा
बीते कई महीनों से अभिभावक प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए जाएं। लेकिन जिला प्रशासन और परिवहन विभाग दोनों ही कुंभकरण की नींद में सोए हैं। न कोई निरीक्षण, न किसी पर सख्त कार्रवाई।
ऐसे में बड़े सवाल खड़े होते है कि क्या प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतज़ार कर रहा है?
- साथ ही बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी आखिर किसकी है?
- कब होगी लापरवाह स्कूल संचालकों पर सख्त कार्यवाही?
- समय रहते कदम उठाना अब प्रशासन की मजबूरी नहीं, जिम्मेदारी है!