
नई दिल्ली। उद्योगपति अनिल अंबानी की मुश्किलें अब एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही हैं। दरअस्सल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के बाद अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (स्सीबीआई) ने शनिवार सुबह 7 बजे से अंबानी के घर और उनसे जुड़े अन्य ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई 17,000 करोड़ रुपये के कथित बैंक लोन फाँड मामले से जुड़ी हुई है।
मुंबई के कफ परेड स्थित सीविंड अपार्टमेंट में अनिल अंधानी के आवास पर सुबह-सुबह 7 से 8 अधिकारी सर्च ऑपरेशन करने पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक, सीबी अर्थ यस बैंक और अंबानी की कंपनियों के जांच कर रही है। CBI खंगाले जा रहे दस्तावेज सीबीआई ने इससे पहले रिलायंस कम्युनिकेशंस के प्रमोटर्स के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की थीं। इसके बाद शनिवार को रिलायंस रूप के दफ्तरों और अंबानी से जुड़े ठिकानों पर तलाशी ली गई। अधिकारियों के अनुसार, यह जांच एसबीआई को हुए 2000
करोड़ रुपये के नुकसान से भी जुड़ी हुई है। इंडी की जांच में सामने आई गड़बड़ियां
इस्सने पहले ईडी ने रिलायंस ग्रुप से जुड़ी 50 संस्थाओं और 25 व्यक्तियों पर छापेमारी की थी। जांच में सामने आया कि बिना वेरिफाइड सोर्स वाली कंपनियों को लोन जारी किए गए, एक ही डायरेक्टर और पते पर कई कंपनियां रजिस्टर्ड थी, लोन फाइलों में जरूरी दस्तावेज मौजूद नहीं थे और शेल कंपनियों के नाम पर नए लोन मंजूर किए गए। ईडी सूत्रों का कहना है कि 2017 2019 के बीच यस बैंक ने अंबानी की कंपनियों को लोन जारी किए थे, और इसके बदले बैंक प्रमोटर्स को मोटा पैसा मिला था। इसी कड़ी को लेकर रिश्वत और कनेक्शन की जांच जारी है